शैक्षणिक जीवन

हमारे विद्यार्थी पाठ तथा पाठ्यक्रम से दूर भी प्रकृति की गोद में अपनी अभिरुचि तथा प्रतिभा के साथ बहुत कुछ सीखते हैं। एक सहृदय मानव बनने की प्रक्रिया में, वे एक नवोन्मेषी विद्यार्थी, सहयोगी मित्र, सहिष्णु नागरिक तथा और भी बहुत कुछ बनते जाते हैं।

पाठ्यक्रम

विद्या संस्थान का पाठ्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विशेषज्ञतापूर्वक निर्मित 'राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा' के आधार पर अभिकल्पित किया गया है। इस अभिकल्पना में नीतिपरक पाठों, बाल–मनोवैज्ञानिक परिस्थितियों, विषयगत अभिरुचियों, पाठगत क्रियाकलापों तथा उच्चतर शैक्षणिक सम्भावनाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। इस पाठ्यक्रम को उद्देश्यपूर्ण तथा परिणामदायी ढँग से व्यवहार में लागू करने हेतु विद्या संस्थान के पास विद्वान तथा समर्पित शिक्षकों का समूह है, जो अपने अनुभव, अध्यापन कौशल तथा विशेषज्ञतापूर्ण शैली से पाठ्यपुस्तकों से प्राप्त सूचना को विद्यार्थियों के ज्ञान तथा प्रज्ञा के स्तर तक ले जाते हैं।